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Kinds of nouns

There are five kinds of noun. they are as follows. 1. Common noun 2. Proper noun 3 collective noun 4 material noun 5 abstract noun Now we will discuss all five kinds of noun one by one. 1. Common noun: a common noun is the noun shared in common by every person or thing of the same kind or class. Examples : boy, girl, book, City, table etc 2 . Proper noun: a Proper noun is the name of a particular person place or thing. Example: Ram, Sita, Khanpur, Delhi ,Sunday ,Monday etc 3 Collective noun:  A collective noun is the name of a member or collection or person or thing of the same kind taken together as one whole. examples: Army, Krowd, class, hand etc. 4 Material noun: A materia noun is the name of the matter or substance of which the things are made. Examples: gold, silver, iron, milk, water etc. 5 Abstract noun: An abstract noun  is the thing or quality which we only feel. these nouns cannot be seen nor be touched physically. Examples: honesty, kindness,...

Immeges

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God and goddess photos

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Ma Durga

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2019 Cabinet Mantri                                          जंतुओं के वैज्ञानिक नाम मनुष्य   होमो सैपियंस बाघ      पैँथरा टाइग्रिस मोर          पावो क्रिस्टेसस ऊँट।          कैमेलस डोमेडेरियस शेर         पैँथरा लियो चीता          पैँथरा पार्डुस भालू         उर्सुस मैटिटिमस कार्नीवेरा खरगोश       ऑरिक्टोलेगस कुनिकुलस हिरण.      सर्वस एलाफस लोमडी  कैनीडे लंगुर          होमिनोडिया बारहसिँघा .        रुसर्वस डूवासेली मक्खी .     मस्का डोमेस्टिका मेढक.       राना टिग्रिना बिल्ली.       फेलिस डोमेस्टिका कुत्ता         कैनिस फैमिलियर्स गाय ।  ...

भारत के सभी राष्ट्रपति

भारत के सभी राष्ट्रपति   1. डॉ राजेंद्र प्रसाद  ➡️ 26 जनवरी 1950 से मई 1962   2. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन     ➡️ 13 मई 1962 से 13 मई 1967   3. डॉ जाकिर हुसैन     ➡️13 मई 1967 से 3 मई 1969   4. श्री वी वी गिरी     ➡️3 मई 1969 से 24 अगस्त 1974   5. डॉ फखरुद्दीन अली अहमद     ➡️24 अगस्त 1974 से 11 फरवरी 1977   6. श्री नीलम संजीव रेड्डी      ➡️25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982   7. ज्ञानी जैल सिंह    ➡️25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 1987   8. श्री आर वेंकटरमण     ➡️25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992   9. डॉ शंकर दयाल शर्मा     ➡️25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997   10. श्री के आर नारायणन      ➡️25 जुलाई 1997 से 25 जुलाई 2002   11. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम     ➡️ 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007   12. श्रीमती प्रतिभा देवी पाटिल       ➡️25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012   13. श...

*विश्व के प्रमुख देशों की राजधानी*

➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ *विश्व के प्रमुख देशों की राजधानी* ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ भारत - नई दिल्ली बंग्लादेश - ढाका भूटान - थिम्पू नेपाल - काठमांडू म्यांमार - नेय पईताव पाकिस्तान - इस्लामाबाद अफगानिस्तान - काबुल चीन -  बीजिंग श्रीलंका - कोलंबो ईरान - तेहरान इराक - बगदाद इंडोनेशिया - जकार्ता बहरीन - मनामा मंगोलिया - उलानबटोर मलेशिया - क्वालालंपुर मालदीव - माले लेबनान - बेरुत लाओस - वियन्तियान कुवैत -  कुवैत सिटी वियतनाम - हनोई थाईलैंड - बैंकाक ताइवान - ताइपे तुर्की - अंकारा इजराइल - जेरूसलम जोर्डन - अम्मान कतर - दोहा कम्बोडिया - न्होमपेन्ह उत्तर कोरिया - प्योंगप्यांग दक्षिण कोरिया - सिओल मकाऊ - मकाऊ जापान - टोक्यो ब्रुनेई - बंदरसेरी साइप्रस - निकोसिया हांगकांग - विक्टोरिया गुआम - अगाना ओमान - मस्कट फिलीपींस - मनीला सीरिया - दमिश्क सऊदी अरब - रियाद सिंगापुर - सिंगापुर सिटी उज्बेकिस्तान - ताशकंद कजाकिस्तान - अस्टाना यमन -  साना ताजिकिस्तान - दुशानवे तुर्कमेनिस्तान - एश्गाबात अंगोला - लुआंडा अल्जीरिया - अल्जीयर्स माॅरीशस -  पोर्ट लुईस मोरक...

प्रभावी कक्षा प्रबंधन के लिए गुप्त क्या है?

प्रभावी कक्षा प्रबंधन के लिए गुप्त क्या है? सामाजिक नियम संरचनाएं अंततः दो चीजों में से एक पर आराम करती हैं: विश्वास या भय।  जब नियम विश्वास पर आधारित होतेऔर हैं, तो छात्र भाग लेने के लिए स्वतंत्र महसूस करते हैं;  समस्या-आधारित शिक्षा, एक सही उत्तर प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित कर, बनाम सीख सकती है;  छात्र प्रचलित ज्ञान को चुनौती दे सकते हैं, सवाल पूछ सकते हैं, और एक दूसरे के साथ सुरक्षित रूप से असहमत हो सकते हैं।  छात्र कक्षा प्रबंधन नियमों का सह-निर्माण कर सकते हैं क्योंकि वे वहां रहना चाहते हैं और वे चाहते हैं कि कक्षा आकर्षक हो और अच्छी तरह से काम करे। ईमे जब डर प्रबल होता है, तो कक्षाएँ सतह पर क्रमबद्ध दिख सकती हैं, लेकिन यह जेल का क्रम है।  "भूमिगत," शायद, विद्रोह है।  कभी-कभी निराशा को व्यक्त करने के लिए, अपने आप को गलत व्यवहार करने के लिए या दुर्भावनापूर्ण वातावरण से बाहर निकालने के लिए भी दुर्व्यवहार करना पड़ता है। डर के आधार पर प्रबंधित कक्षाओं में सीखने के कार्यों से निराशा और असहमति पैदा होती है, जो अक्सर छात्रों पर "दोषप...

World indigenous peoples day

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What is World Indigenous Peoples Day, and WHY is It Celebrated: all You Need to Know! Indigenous Peoples are the people who inherit and practice unique cultures. There are around 370 million such people, living across 90 countries. Indigenous people represent over 5000 different cultures, and speak an overwhelming majority of about 7000 languages in the world. They form less than 5 percent of world population, but account for 15 percent of the poorest. Indigenous people have retained their social, cultural, economic and political characteristics which are distinct than the dominant societies they live in. Across the world, indigenous people share common problems regarding the protection of their rights as distinct people. The United Nations undertook the initiative to help indigenous people get their rights in 1982 with the Working Group on Indigenous Populations. August 9th is celebrated each year as the 'International Day of the World's Indigenous Peoples...

नागपंचमी के बारे में जाने

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खोजें नाग पंचमी हिंदू त्योहार एवं व्रत किसी अन्य भाषा में पढ़ें इस पृष्ठ का ध्यान रखें संपादित करें नाग पंचमी   हिन्दुओं  का एक प्रमुख  त्योहार  है।  हिन्दू पंचांग  के अनुसार  सावन  माह की  शुक्ल पक्ष  के  पंचमी  को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन  नाग  देवता या  सर्प  की पूजा की जाती है और उन्हें  दूध  से स्नान कराया जाता है। लेकिन कहीं-कहीं दूध पिलाने की परम्परा चल पड़ी है। नाग को दूध पिलाने से पाचन नहीं हो पाने या प्रत्यूर्जता से उनकी मृत्यु हो जाती है। शास्त्रों में नागों को दूध पिलाने को नहीं बल्कि दूध से स्नान कराने को कहा गया है। [1] नाग पंचमी नाग पंचमी व्रत नागपंचमी के ही दिन अनेकों गांव व कस्बों में  कुश्ती  का आयोजन होता है जिसमें आसपास के  पहलवान  भाग लेते हैं।  गाय ,  बैल  आदि पशुओं को इस दिन नदी, तालाब में ले जाकर नहलाया जाता है। इस दिन अष्टनागों की पूजा की जाती है।- वासुकिः तक्षकश्चैव कालियो मणिभद्...

महात्मा गांधी के सिद्धान्त

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             गांधी जी के सिद्धांत सत्य गांधी जी ने अपना जीवन  सत्य , या  सच्चाई  की व्यापक खोज में समर्पित कर दिया। उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने करने के लिए अपनी स्वयं की गल्तियों और खुद पर प्रयोग करते हुए सीखने की कोशिश की। उन्होंने अपनी आत्मकथा को  सत्य के प्रयोग  का नाम दिया। गांधी जी ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ने के लिए अपने दुष्टात्माओं , भय और असुरक्षा जैसे तत्वों पर विजय पाना है। .गांधी जी ने अपने विचारों को सबसे पहले उस समय संक्षेप में व्य‍क्त किया जब उन्होंने कहा  भगवान  ही सत्य है  बाद में उन्होने अपने इस कथन को  सत्य ही भगवान है  में बदल दिया। इस प्रकार ,  सत्य  में गांधी के दर्शन है " परमेश्वर " .     अहिंसा Thought bhjhnijlgjuofi ijn kkvbkबिल्कुल नहीं थे फिर भी इसे बड़े पैमाने   पर राजनैतिक क्षेत्र में इस्तेमाल करने वाले वे पहले व्यक्ति थे।   अहिंसा   ( nonviolence ), अहिंसा  ( ahimsa )   और अप्रतिकार ( no...